ऊपर के वचन में परमेश्वर इस्त्राएली लोगो को कुछ निर्देश दे रहे थे कि वे अपने अनाज की कटाई कब और कैसे करें। उसने उनसे कहा, “…अपनी दाख की बारी का दाना न तोड़ लेना और अपनी दाख की बारी के झड़े हुए अंगूरों को न बटोरना…”। दुसरे शब्दों में हर चीज की कटाई मत करना। वह नही चाहता था कि इस्त्राएली लोग बचाखुचा भी खरोच कर ले जाए। यह परमेश्वर का बनाया हुआ कानून था। उनको कुछ गरीबो, अनाथों और विधवाओ के लिए छोड़ना होता था।
कुछ लोग नही जानते है कि उन्होने अपने जीवन में प्रगति क्यों नही की। उनमें से कुछ लोगो ने प्रार्थना और प्रार्थना की मगर फिर भी कुछ बदलाव नहीं आया। आपको समझना होगा कि परमेश्वर उनके साथ संगती नही करता है जिनकी मानसिकता गरीबी वाली है। इस पृथ्वी पर समृद्धि की मानसिकता भी है और गरीबी की मानसिकता भी है। उदाहरण के तौर पर, कुछ लोग अपने कपड़ो का इस्तेमाल तब तक करेंगे जब तक कि उन कपड़ो का टूकरा टूकरा न हो जाए। यह कोई भी वयक्तिगत चिजे हो सकती है; वे उनका उपयोग तब तक करते है जब तक वह चिज किसी दुसरो को न देने के लायक हो जाए। इस तरह की मानसिकता गरीबी को आकर्षित करती है, और इसने कई लोगों को लंबे समय तक एक तुच्छ स्थिति में रखा है।
एक दिन की बात है, जब हमारे पास बहुत सी चिजे नहीं हुआ करती थी, एक जन एक बाक्स कपड़े हमें देने आए। उस समय हम बहुत खुश हुए मगर हमारी खुशी ज्यादा समय नहीं रही, क्योंकि उस बाक्स में एक भी कपडे़े हमारे इस्तेमाल के लायक नही बची थी। जब परमेश्वर आपको किसी चिज से आशीषित करता है तो चाहे वह चिजे छोटी या बड़ी क्यों न हो, जब आप उसे इस्तेमाल करते है, तो उसे इतना ही ईस्तेमाल करे जिससे वह किसी दूसरे को दिये जाने के लायक हो। जब आप किसी को समान देते है तो इस बात का पक्का कर ले कि वे चिजे अच्छे से ईस्तेमाल करने के लिए बहुत अच्छी स्थिति में हैं। आज मैं आपको समृद्धि के सोच रखने वाली एक कुंजी देता हूँ; आपके पास कुछ भी ऐसी चिजे नहीं होनी चाहिए जो देने लायक स्थिति में नही है।
परमेश्वर चाहता है कि आप हमेशा उन लोगो के लिए आशीष बने जो आपके समान इतने आशीषीत नहीं है। क्या आपको पता है; कि आपके पास बहुत से ऐसे समान है जिनका प्रयोग आप नहीं कर रहे है, तब भी आप उनको यह सोचते हुए रखें हुए कि आप एक दिन उसका ईस्तेमाल करेंगे। कुछ लोग पुरानी चिजे और इस्तेमाल की हुई डब्बे अपने घर में ईक्ट्ठा करते है। यह कितनी दुख की बात है। यह एक समृद्ध मानसिकता नहीं है। वचन का पालन करें; अपने आलमारा खोले और उन चिजों को निकाले जिनका ईस्तेमाल आप अभी और अगले दो साल तक नहीं करेंगे। और उसे दे दे, और फिर अपने जीवन को ऊपर की ओर छलांग लगाते देखें!