परमेश्वर के बच्चे होने के नाते, हमारे लिए बेहद जरूरी है कि हम जाने कि केवल पवित्र आत्मा ही हमें महानता के लक्ष्य की ओर ले जा सकता है। हाँ, परमेश्वर आपको आशीष देने के लिए मनुष्य इस्तेमाल कर सकता है; मगर आप यह सोचने की गलती न करें की वे मनुष्य आपको आपके जीवन के ऊचाई के स्थानों मे मिलेंगे।
जरा इसके बारें सोचेः यसुफ को वह वयक्ति कहाँ मिला था, जिसने उसको उसके लक्ष्य तक पहुचने में साहायता की थी? वह जेल में था! परमेश्वर ने उसे जेल जाने दिया क्योंकि वह वयक्ति जो उसे फिरौन से मिलाता, वहा आने वाला था। यसुफ का जीवन उसी तरिके से जानें के लिए बना था। ठिक इसी तरह से परमेश्वर ने आपके जीवन के लिए भी रखा है। उसने आपके जीवन को पर्वनिर्धारित और नियोजित कर रखा है। आपका भाग तो केवल पवित्र आत्मा के अगुवाई और मार्गदर्शन में चलने का है।
परमेश्वर ने जहाँ कही भी आपको रखा है, वहाँ आपके लिए महानता है। गलत जगह पर साहयता तलासने की कोशीश न करें। भजनसंहिता 121:1-2 में दाऊद कहता है; “मैं अपनी आंखे पर्वतों की ओर लगाऊंगा। मुझे सहायता कहां से मिलेगी? मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है”। दाऊद को पता था कि उसकी साहयता किसी मनुष्य की ओर से नहीं आ रही थी। उसने अपनी आखें उपर उठायी। लेकिन क्या आपको पता है कि अब आपकी साहायता दाऊद के समान उपर से नहीं आती है? आपकी साहयता आपके अंदर निवास करती है। वह पवित्र आत्मा है। वह स्र्वग को छोड़कर पृथ्वी पर आया कि हमारे अंदर निवास करें।
जब तक यीशु इस पृथ्वी पर था वह सहायक था। लेकिन ऊपर उठाऐ जानें से पहले उसने कहा, “ “मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे।”, आपका सहायक- पवित्र आत्मा- अब आपके अंदर है। तो अब पर्वत की ओर अपनी आखें न उठाए; स्र्वग की ओर साहयता के लिए न देखें। क्योंकि आपकी सहायता पहले ही से आ चुकी है और वह आपके अंदर है। जैसे जैसे आप पवित्र आत्मा के साथ समय बिताऐंगे, वह आपकी साहयता करेंगा की आप मसीह में अपने लक्ष्य को पुरा करें।
प्रार्थना और घोषणा
प्यारे पिता, मेरे लिए साहयक भेजने के लिए आपको धन्यवाद। मेरी साहयक मेरे अंदर है। मेरी साहयता ऊपर से नहीं बल्कि मेरे अंदर से आती है। मैं सहायता के लिए इधर उधर नहीं भटकता मगर यह जानते हुए कि वह हरेक बातों में मेरी सहायता करता है, पवित्र आत्मा के साथ समय बिताता हूँ। जब मैं पवित्र आत्मा के पिछे चलता हूँ तो कभी भी गलत नहीं होता हूँ। वह मसीह में मेरे लक्षय को पुरा करने के लिए मेरी सहायता करता है। यीशु के नाम से, आमीन!