नीतिवचन 11:30 कहता है, “…जो आत्माँए जीतता है, वह बुद्धिमान है”। एक आत्माँए जीतने वाला व्यक्ति बुद्धिमान है क्योंकि वह परमेश्वर के नंबर एक के उत्साह से जुडा हुआ है। मनुष्यों को अंधकार में से प्रकाश में लाने का उत्साह और शैतान के कब्जे से परमेश्वर के प्रेम में लाने का उत्साह! इसलिए, अगर आप एक आत्माँए जीतनेवाले व्यक्ति है, तो परमेश्वर के पास आपको और अधिक आत्माँए जीतने की क्षमता देने की एक योजना है।
यह वही बात है जो हमारे प्रभु ने यूहन्ना 15:12 में कहा, “…और जो फलता है, उसे वह छाँटता है ताकि और फले”। इसका मतलब है की डाली के रूप में जो फल लाती है, उसके बढानें के लिए परमेश्वर के पास एक योजना है। वह आपके जीवन में अनुग्रह की बढोतरी करता है जिसके की आप अपने जीवन में बहुत कुछ प्राप्त करें।
उदाहरण के तौर पर अगर आपके पास अपनी सेवकाई, सेल ग्रुप, या फिर चर्च में पचास आत्माओं को जीतना का अनुग्रह है, तो इससे फ्रक नहीं पड़ता है कि आप कितना कोशीश करते है, आप अपनी संख्या नहीं बढा पाऐंगे। किसी भी कार्य में आपकी प्रभावशीलता और उत्पादकता उस कार्य को करने के लिए दिए गए अनुग्रह पर निर्भर करती है। आप ज्यादा कार्य करें और ज्यादा प्रभावशाली हो, इसके लिए परमेश्वर को आपको ज्यादा अनुग्रह देना पडे़गा। बाइबल बताती है कि “वह तो ओर भी अनुग्रह देता है…”(याकूब4:6); वह अतिरिक्त अनुग्रह आपको ऊचाईयों तक लेकर जाती है।
अचानक, आपको पता चलता है कि आप उससे अधिक कार्य करने में सक्षम हैं जो आप पहले कर सकते थे; आप पहले से ज्यादा निपुण हो गए है; आप पहले जितना ही मेहतन कर रहे है, मगर उसका परिणाम पहले से बढकर और महान है। इसलिए यह हमारे लिए बेहद जरूरी है कि जब हम सेवा में है तो उसके साथ लगातार संगती में बने रहे। उसका अनुग्रह तब बढता है, जब हम उसको वचन और पवित्र आत्मा की सेवकाई के द्वारा और ज्यादा जानने लगते है।
2पतरस 1:2 कहता है कि “ परमेश्वर की और हमारे प्रभु यीशु की पहचान के द्वारा अनुग्रह और शान्ति तुम में बहुतायत से बढ़ती जाए।” यह आपकी फलदायी और उत्पादक जीवन के लिए निश्चित गांरटी है!
प्रार्थना और घोषणा
धन्यवाद, पिता, मुझ पर वृद्धि के फल के लिए अनुग्रह की प्रदान करने के लिए। मैं अपने काम और सेवा में, उस शक्ति के द्वारा जो मेरे अंदर काम करती है,श्रेष्ठ परिणाम लाता हूँ, और जो कुछ मैं करता हूँ वह फलवन्त होता है, यीशु के नाम से, आमीन!