कई लोग गरीब होने को कोई खराब बात नहीं समझते है, और उनको ऐसा लगता है कि आप जितने ज्यादा गरीब हो उतने ही परमेश्वर के करीब होंगे। कभी कभी तो मै वाकई ताजुब करता हूँ की उन्हें ऐसी गलत शिक्षा कहा से मिली ? परमेश्वर नहीं चाहता की उसके बच्चें गरीब हो। एक गरीब दुसरे गरीब की मदद नहीं कर सकता और ना ही गरीब परमेश्वर के संदेश को जगत के छोर तक ले जा सकता है।
परमेश्वर ने अपने भविष्यद्वक्ता के द्वारा जकर्याह 1:17 में यह कहा, “…मेरे नगर फिर उत्तम वस्तुओं से भर जाएँगे…”; परमेश्वर यहाँ यह नहीं कहा कि मेरे नगर गरीबी से भर जाएँगे। चर्च गरीबी में विश्वास करना छोड़ दे; गरीबी परमेश्वर की ओर से नहीं है। अगर परमेश्वर ने आपका प्राण बचाया है, जो बहुत ही महत्वपुर्ण है, तो उसने आपको समृद्ध करने के लिए सारी प्रबंध भी की है।
जो लोग आपको यह कहते है कि धनी वयक्ति स्वर्ग राज्य में प्रवेश नहीं करेगा, उनकी बातों पर विश्वास न करें। मुसा, अब्राहम, इसाहक, याकुब, दाऊद, सुलेमान, और भी बहुत सारे लोग जो परमेश्वर के साथ अदभुत तरिके से चले, बहुत ही धनी थे और वे स्वर्ग में है।
कुछ लोग गरीबी में ही जिते है इसलिए नहीं की वे गरीब घर में जन्में है बल्कि इसलिए की उन्होंने अपने दिमाग से इसे विरासत में प्राप्त किया है। गरीबी जन्म से नहीं आती है और ना ही यह किसी सरकार की समष्या है या फिर किसी चिजों की कमी के कारण है। बल्कि यह तब आती है जब एक वयक्ति के दिमाग और मन की कौशलता- उसकी सोचने की क्षमता को लकवा मार जाती है। यह किसी वयक्ति के सोचने की क्षमता को सुन कर देना है। इसका अर्थ यह होता है कि आप तभी गरीबी अवस्था में जीऐंगे जब आप गरीब जैसे सोचने लेगेंगे। आपकी गरीबी और सृमद्धि आपके अंदर से आती है।
अब इसे समझें की यदि आपके पास घर या फिर गाड़ी नहीं है इसका अर्थ यह नहीं होता है कि आप गरीब है। सवाल यह है कि क्या आप घर और कार अपने अंदर देख सकते है या नहीं? यह आपके दिमाग/मन के बारें में है! अगर आप देख सकते है, तो उसे प्राप्त भी कर सकते है। आपके बैंक में बिलकुल भी पैसे नहीं है, इसका अर्थ यह नहीं है कि आप गरीब है। आप कितने पैसे अपने हाथों से छुते है यह आपकी हैसियत तय नहीं करती है। आप अपने दिल में कितना देखते है ?
सफलता या सृमद्धि आपके अंदर से आती है। आपके अंदर क्या है और आप अंदर से कौन है, इस अधार पर आपके लिए आर्थिक जरूरत पुरी होगी । तो, बनने पर जोर दें ना कि प्राप्त करने पर।
प्रार्थना और घोषणा
मैं परमेश्वर का वारिस और मसीह का संगी वारिस हूँ। क्योंकि मैं अब्राहम का बीज हूँ इसलिए यह संसार और इसकी धन मेरी है। परमेश्वर को महिमा मिलें ! मसीह में मेरे पास खुबसुरत और महिमित विरासत है !