बाईबल हमें बहुत से ऐसे वयक्तियों के विषय में बताता है जो लोग काफी समृद्ध थें; अब्राहम, इसाहक, याकूब, दाउद, सुलैमान आदी लोगो के विषय में बाईबल हमें अदभुद गवाही देता है।
आऐ आज हम इन वयक्तियों के जीवन को वचन में देखगें। सबसे पहले हम अब्राहम के जीवन को देखेंगे। बाईबल बताती है कि “अब्राम भेड़-बकरी, गाय-बैल, और सोने-रूपे का बड़ा धनी था।” – उत्पत्ति 13:2। फिर हम उत्पत्ति 26:12-14 में अब्राहम के बेटे इसाहक के विषय में पाते हैः “…जब उसके भेड़-बकरी, गाय-बैल, और बहुत से दास-दासियाँ हुई; तब पलिश्ती उससे डाह करने लगे।”
फिर हम याकूब को देखते है। उत्पत्ति 36:6-7 बतता है कि याकूब और एसाव दोनो भारी संपति के कारण एक जगह नही रह पाए। उनके पास इतनी संपति थी एक साथ एक ही भूमी पर रहना उनके लिऐ संभव नही था और इसलिए एसाव को याकूब से दूर जाना पड़ा। हम परमेश्वर को भी इनसे आपने आप को जोड़ते हुये देख सकते थे। “…मैं तेरे पिता का परमेश्वर, और अब्राहम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूँ।”-निर्गमन 3:6।
अब दाउद को देखें। बाईबल बताता है कि वह “…वह पूरे बुढ़ापे की अवस्था में दिर्घायु होकर और धन और वैभव मनमाना भोगकर मर गया; और उसका पुत्र सुलैमान उसके स्थान पर राजा हुआ।” – 1इतिहास 29:28। ये लोग परमेश्वर के मित्र थे और परमेश्वर उनके विषय में अच्छी और अदभुद गवाही देता है। उसने अब्राहम को अपना मित्र कहा और दाउद को अपने ह्नदय के योग्य पुरूष बताया। हम दोनो को ही बाईबल में बहुत ही सृमद्ध पातें है। अय्यूब के विषय में क्या? बाईबल में उसे पूर्वी देशों के लोगो में सबसे धनवान बताया गया है(अय्यूब1:3)
अब आप इस बात को समझें; आप नया जन्म पानें के कारण अब्राहम के वंश, परमेश्वर के वारिस, यीशु का संगी वारिस बन गए है। इसलिए समृद्धी उपर आपका अधिकार है। इस पर विश्वास करें और समृद्धी में जीए। यह समृद्ध बन कर मनमाने तरीके से पैसे लुटाने के विषय में नही है बल्की अपने उतरदायत्व को समझ कर परमेश्वर के राज्य दुसरों को आशीष देने के विषय में है। 2इतिहास 9:8 को पढ़े और परमेश्वर के मन में हमारे समृद्धी के मुख्य उदेश्य को समझेः “…धन्य है तेरा परमेश्वर यहोवा, जो तुझ से ऐसा प्रसन्न हुआ कि तुझे अपनी राजगद्दी पर इसलिये विराजमान किया कि तू अपने परमेश्वर यहोवा की ओर से राज्य करे; तेरा परमेश्वर जो इस्त्राएल से प्रेम करके उन्हें सदा के लिये स्थिर करना चाहता था, इसी कारण उसने तुझे न्याय और धर्म करने को उनका राजा बना दिया।”– 2इतिहास9:8। वह हमे इसलिये धनवान बनाना चाहता है ताकि वह अपने लोगो को हमारे द्वारा आशीष दे सके।
प्रार्थना और घोषणा
प्रभु मैं धन्यवाद देता हूँ की मैं उससे जुड़ा हुआ हूँ जो अनन्त समृद्धी और शांति का सोता है! मैं कभी भी गरीब नही बन सकता क्योंकि मै परमेश्वर का वारीस और यीशु का संगी वारीस हूँ। मसीह में मेरे लिए अटूट और विशाल विरासत है…यीशु के नाम से…आमीन!