ऐसा कुछ भी नहीं है जो पवित्र आत्मा आपको न सीखा सके ! आपको शायद कुछ ऐसे लोग मिलें जो किसी श्रेत्र में बहुत ही बद्धिमान और सक्षम जान पड़ता हो, मगर सच्चाई तो यह है कि यदि आप अपने आप को उस श्रेत्र में सौप दें तो आप उनसे बेहतर कर सकेंगे। यह तब होता है जब आप पवित्र आत्मा के साथ सदैव चलते है। बाइबाल बताती है, “…न तो बल से, और न शक्ति से, परन्तु मेरे आत्मा के द्वारा होगा, मुझ सेनओं के यहोवा का यही वचन है”(जकर्याह4:6)।
सच्ची सफलता परमेश्वर के आत्मा के द्वारा आती है। इसलिए परमेश्वर की आत्मा से परिपुर्ण होना कोई विकल्प नहीं है। जब आप परमेश्वर के आत्मा से परिपुर्ण होते है तो आप आत्मा के द्वारा चलाए चलते है; और आपकी सफलता असीमित होती है और योगय्यता असीम। हमें वचन में मिलता है कि बसलेल हरेक कारीगरी के कार्य में प्रवीण था ! और क्या आप जानते है कि वही आत्मा जिसने उसे हरेक कारीगरी के कार्य में प्रवीण बनाया, आपके अंदर है। इस संसार में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसमें आप प्रवीण नहीं हो सकते या फिर उन्हें जान नहीं सकते।
यीशु ने यूहन्ना 14 के 26 पद में कहा कि पवित्र आत्मा तुम्हें सब बातें सीखाएगा; कुछ कुछ नहीं बल्कि सब बातें ! आपके जीवन में उसका यही कार्य और सेवा है। परमेश्वर ने पवित्र आत्मा को इसलिए भेजा है कि वह आपको आपके जीवन से सबंधित हरेक बातें सीखाऐं। वही उत्तम शिक्षक है ! उसे अपने अंदर कार्य करने दें। वही आपको सफलता के लिए उत्साहित करेगा, सृमद्धि के लिए आपको रास्ता दिखाएगा और महानता के लिए तैयार। जब पवित्र आत्मा आपके अंदर हो, जो श्रेष्ठ शिक्षक है तो आप कैसे उलझन और अज्ञानता में रह सकते है ?
जब आप पवित्र आत्मा से भर जाते है तब आपको पता चलता है कि आप एक समाधानकर्ता है। आप हरेक समष्याओं का समाधान बन जातें है। आप क्या चाहते है कि आप कर सके और जान सकें? पवित्र आत्मा से सहायता मांगे और कार्य पर जाऐं। हो सकता है की यह आपके पढ़ाई के क्षेत्र में हो, कार्य हो, कोई प्रोजेक्ट हो, या फिर कुछ भी क्यों न हों, वह आपको सीखा सकता है और फिर आप अति श्रेष्ठ बन जाऐंगे।
प्रार्थना और घोषणा
पवित्र आत्मा मुझ में निवास करता है ! वह मुझ में सामथ्र्यशाली तरिके से कार्य कर रहा है। वह मेरी सहायता कर रहा है कि मैं श्रेष्ठ बन जाऊँ। मेरी योग्यता और कार्य क्षमता की कोई सीमा नहीं है। यीशु के नाम सें। आमीन !