यूहन्ना 20:21-22 हमें यह बताती है कि यीशु के पुर्णउत्थान के बाद, जब उसके चेले कमरें के अंदर थे, वह उनके सामने प्रकट हुआ और बाइबल बताती है कि “…उस ने उन पर फूकां और उन से कहा, पवित्र आत्मा लो” लुका 24:45 हमें यह साफ साफ बताता है कि यीशु ने उनके साथ क्या किया। लिखा हैः “तब उसने पवित्र शास्त्र बूझने के लिये उन की समझ खोल दी”
यीशु ने उनकी आत्मिक समझ दी! एकदम से उन्हें यह समझ आने लगा की क्यु यीशु ने दुख भोगा और आने वाले समय में क्या होगा। उस समय से पहले भी यीशु ने उनके साथ वही बातें बतायी थी मगर उस समय उन्हें समझ नहीं आया। एक बार तो पतरस ने यीशु को भी डाट लगायी, क्योंकि यीशु कह रहा था कि उसे क्रुस पर चढना होगा। लेकिन जैसे ही यीशु ने उनकी समझ को खोल दी, वे आत्मिक रूप से देखने लगे! उनको आत्मिक अंतद्र्दष्टि प्राप्त हुई।
अंतद्र्दष्टि का अर्थ, किसी रहष्य या चिजों या फिर परिस्थिति का साफ, गहरा समझ होता है। यह पवित्र आत्मा के बहुतेरे आशीषों में से एक हैः वह आपको रहष्य और भेद की बाते बताता है।
कुछ चिजें आपके लिए समझना मुश्किल होगा, लेकिन आपके जीवन में पवित्र आत्मा के सेवा के कारण आपके लिए उन चिजों की जटिलता का पर्दा खुल जाती है। आप उसके अंतद्र्दष्टि के ऊपर निर्भर रह सकते है। उसकी अंतद्र्दष्टि आपको चिजों की जटिलता समझने की शक्ति प्रदान करता है और आपको सक्षम बनाता है कि आप हर परिस्थििति में जय का जीवन जीऐं!
प्रार्थना और घोषणा
प्यारे पिता, आपको धन्यवाद की आपने मुझे बुद्धि और प्रकाशन की आत्मा दि है। मेरी समझ की आँखें खुल चुकी है कि मै आपके सिद्ध ईच्छा में चल सकुँ। मुझ में कला, समझ, बुद्धि और कार्य करने की क्षमता है, जो की परमेश्वर की उत्कृष्ट आत्मा के द्वारा मुझे प्राप्त होता है। यीशु के नाम से, आमीन!