कुछ मसीह लोग ऐसा सोचते है कि उनको तब ही चर्च जाना चाहिए जब उनके लिए चर्च जाना असान हो। वे विश्वास करते है कि परमेश्वर हरेक जगह है तो उन्हे चर्च जाकर आराधना करने की जरूरत नहीं है। यह सही नहीं है। जरा ऊपर के वचन पर अपना ध्यान लगाए, यह चर्च जाने के महत्व को बताती हैं। जो लोग ऐसा नहीं करते यह वचन उनको डाट लगाती है और हमें उत्साहीत करती है कि हमें उन लोगो के समान नही बनना है जो संगती को महत्व नहीं देते हे।
आपके ह्नदय में चर्च जाने के प्रति अनिवार्यता की भावना होनी चाहिए। अपने अंदर वयतिगत अनुशासन बनाए। परमेश्वर कहता है कि यह महत्वपुर्ण है तो यह आपके लिए भी महत्वपुर्ण होनी चाहिए। उसने पुराने नियम में इस्त्राएलीयों से कहा, “वर्ष में तीन बार तेरे सब पुरूष इस्त्राएल के परमेश्वर प्रभु यहोवा को अपने मुँह दिखाएँ। मैं तो अन्यजातियों को तेरे आगे से निकाल कर तेरे सिवानों को बढ़ाऊगा; और जब तू अपने परमेश्वर यहोवा को अपना मुँह दिखाने के लिये वर्ष में तीन बार आया करें, तब कोई तेरी भूमि का लालच न करेगा” (निर्गमन 34:23-24)।
ध्यान दे कि परमेश्वर ने उनसे क्या कहा; परमेश्वर ने उनके पिता अब्राहम, इसहाक और याकुब से वाचा बांधने के द्वारा उनको वह भुमी देने पर था। मगर उन भुमी पर उनके शत्रु जो उनसे कही ताकतवर थे, राज कर रहे थे। लेकिन तब भी परमेश्वर उनको इस्त्राएलियों के सामने से निकाल देने और इस्त्राएलियो की सिमा बढाने पर था। परमेश्वर ने उनको सुरक्षा देने की प्रतिज्ञा दी थी। 24वे पद् की आशीष पुरी तरिके से निर्भर थी 23वे पद् की आज्ञाकारिता पर; उनको एक विशेष स्थान पर जाकर आराधना करनी थी। यह केवल प्राथमिकता के विषय में है।
अब इस साल को खत्म होने के लिए केवल छः महिने बाकि है, और जब आप चर्च में या सेल ग्रुप में उपस्थ्ति होने के निर्णय को प्रथम स्थान देते है, तो परमेश्वर का हाथ आपके हरेक बातों को सुरक्षा देगा। उसका वचन जो आपके पास आएगा, वह आपको ऊचे पर उठाएगा। वह आपको हरेक अंशाति, बुराई और र्बबादी से बचाएगा। आप इस जगत में समद्धि, और परमेश्वर के बुद्धि में चलने वाले बनेंगे।
प्रार्थना और घोषणा
मुझे पता है मैं परमेश्वर का पुत्र हूँ, और मैनें उसके वचन के द्वारा जन्म लिया है। मेरी संगती केवल पिता के साथ ही नहीं मगर उसके बच्चों के साथ भी है। मै मसीह में मेरे भाई और बहनों से पे्रम करता हूँ। मैं संगति को महत्व देता हूँ, हमेशा उसके वचन का पालन करता हूँ और उसके लोगो का जो मेरे आस पास है, आदर करता हूँ। यीशु के नाम से, आमीन!