जब आप अपने जीवन में बहुत ही भयानक चिकित्सा परिस्थिति या फिर आर्थिक तंगी आ जाती है, तो ऐसे ऐसे प्रश्न आपके आगे आ जाते है जिसका शायद जवाब आपके पास न हों।
अब हम क्या करेंगे? अब इस महिने का किराया कहा सें देंगे? मेरे पास कितना समय बचा है? मेरे बच्चों को कौन देखेंगा? मैं अपने ईलाज का खर्चा कैसे जुटाऊंगा? मैं ही क्यू?
जब आपका दिमाग आपके काबू में ही न हो और आपके दिमाग में केवल बुरा ही ख्याल आए तो क्या किया जाए?
बाइबल 2राजा के 6 अध्याय में एक सच्ची घटना, हमें उत्साहित करने के लिए बताती है। इस्त्राएल के शत्रु ने ऐलीशा को पकड़ने के लिए पुरे शहर को जहाँ ऐलीशा रहता था, घेर लिया। उन्होंने वहाँ बड़े सैनिक दल, घोड़े और रथ भेजें। जब ऐलीशा का दास जागा तो क्या देखा कि सैनिको के बड़े दल ने उन्हें घेर लिया है। वह डर से चिल्लाने लगा, “अब हम क्या करें?”
मैं चाहता हूँ कि आप खूद आगें पढें की आगें क्या हुआ?
“उसने कहा, “मत डर; क्योंकि जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं।” तब एलीशा ने यह प्रार्थना की, “हे यहोवा, इसकी आँखें खोल दे कि यह देख सके।” तब यहोवा ने सेवक की आँखे खोल दीं, और जब वह देख सका, तब क्या देखा कि एलीशा के चारों ओर का पहाड़ अग्रि़मय घोडा़े और रथों से भरा हुआ है”– 2राजा 6: 16-17
हो सकता है कि आपको लगे की लक्षणों के दलों ने, नकारत्मक सुचनाओं ने, और आर्थिक तंगी ने आपको चारों तरफ से घेर लिया है। मगर प्रियों, डरे नहीं, जो आपके साथ में है, वह उनसे जो उनके साथ में है, अधिक है।
मेरी प्रार्थना है कि मेरा परमेश्वर आपके मन के आँखों को आपके आसपास के स्वर्गदुतों को देखने के लिए खोल दें! अपने शत्रु के तरफ से नजर हटा लें। परमेश्वर के बचाने वाले सामथ्र्य के आगे, आपके शत्रु का कोई भी दाव आपके ऊपर नहीं चलेगा।
शत्रु के तरफ से नजर हटा लें ताकि आप परमेश्वर के महान सामथ्र्य को अपने लिए देख सकें। वही सामथ्र्य जिसने हमारे प्रभु यीशु को मरें हुओं में से तीसरे दिन जिवित कर दिया, वही सामथ्र्य जिसने उसे परमेश्वर के दाहिने तरफ हरेक सामथ्र्य, हरेक अधिकार, हरेक प्रभुत्व और हरेक नाम के ऊपर जो न केवल इस लोग में है पर आने वाले लोक में भी लिया जाएगा बैठाया(इफिसियों1:19-21) -आपके अंदर कार्य कर रहा हैं!
प्रार्थना और घोषणा
परमेश्वर मैं धन्यवाद देता हूँ कि आपने मुझे किसी भी परिस्थ्तिि में अकेला नही छोड़ है! आपने अपने स्वर्गदुतो का पहरा मेरे चारो ओर दिया है और इसलिए मैं कह सकता हूँ कि चाहे मैं घोर अंधकार से भरी हुई तराईयो में से होकर जाउ तौभी भी मैं हानी से न डरूँगा। हे परमेश्वर मेरी आखें और भी खोल दे की मैं आत्मिक और भी सच्चाईया देख सकूँ, प्रभु यीशु के नाम से आमीन !