यह वचन हमें उत्सिाहित करता है कि हम उन्हें पहचान ले जो मसीह की शिक्षा के विपरीत फूट डालने का का कार्य करते हो और उनसे अलग हो जाए। उन वयक्तियों से बिलकुल दुरीया बनाए रखें जो सुसमाचार के उन सच्चाई के विपरात बातें करते हों जो आपने सीखी है। यह मेरा नहीं बल्कि परमेश्वर का निर्देंश है। यही निर्देंश पौलुस ने फिलिप्पियों की कलीसिया को दी थी। उसने कहा, “कुत्तों से चैकस रहो, उन बुरे काम करनेवालों से चैकस रहो, उन काट कूट करनेवालों से चैकस रहो” (फिलिप्पियों 3:2)।
अब यह चेतावनी विशेष करके हमारे लिए है, ताकि हम कलिसिया में उन लोगो से दूर रहे जो सत्य पर नहीं चलते। यही वे लोग है जो फुट लेकर आते है। जब आप किसी घर पर जाते है और वहाँ पर घर के बाहर लिखा पाते है कि “कुत्ते से सावधान!”, तो यह चेतावनी बाहर के कुत्तों के बारें में नहीं बल्कि उस कुत्तें बारें में है जो उस घर के अंदर है। तो, जब पौलुस ने कहा कि कुत्तों से चैकस रहो, उन बुरे काम करनेवालों से चैकस रहो, उन काट कूट करनेवालों से चैकस रहो, तो वह उन लोगो के विषय में बात कर रहा था जो कलिसिया के अंदर है।
यह लोग आपके स्थानीय कलिसिया के लोग हो सकते है, सेल ग्रुप के लोग हो सकते है, आपके पड़ोसी विश्वासी हो सकते है, और आपके आफिस के कुछ मसीह लोग हो सकते है। यह और कोई नहीं बल्कि मसीह लोग होते है। वह आपको उन लोगो के विषय में चेतावनी नहीं देता यदि वह यह नहीं सोचता की ऐसे लोगो की संगति आपके मसीह जीवन के लिए बहुत ही हानिकारक है। बहुत से विश्वासी लोगो की ऐसे लोगो की संगति की भारी किमत चुकानी पड़ी है। प्रभु का निर्देश बहुत साफ है, आपको ऐसो को “ताड़ लेना है” और “दूर रहना है”, इनको सुधारने की कोशीश नहीं करना है। जो लोग प्रेम में नहीं चलते, जो कलिसिया में फुट डालते है, ऐसे लोग जो दुसरों को भटकाते है, इनसे दुर रहें।
जो लोग बिगड़े लोगो के साथ रहते है, वे भी बिगड़ जाते है। 1 कुरिन्थियों 15:33 कहता है “धोखा न खाना, बुरी संगति अच्छे चरित्र को बिगाड़ देती है”। अगर आपके ऐसे मित्र है, जो आपकी आत्मिक उन्नति नहीं कर रहे है या फिर सुसमाचार में आपकी रूकावट है, तो ऐसी मित्रता छोड़ने का समय आ चुका है। समझौता ना करें; बस इसका अंत कर दे, ताकी आपका विश्वास और आपका मसीही जीवन उस तरिके से प्रभावशाली हो जाऐं जैसे होना चाहिए।
प्रार्थना और घोषणा
प्यारें पिता, आपके लाभदायक सिद्धांत जो की सिखानें, समझाने और निर्देश के लिए उत्तम है, धन्यवाद देता दूँ। मैं परमेश्वर के वचन के द्वारा भक्ति का जीवन जीना सिखता हूँ। मैं धार्मिकता के विचारो से भरा हुआ हूँ। मैं धार्मिकता के पथ पर चलता हूँ। यही जीवन मेरे लिए पहले से तैयार की गयी है। यीशु के नाम से, आमीन!