महिमा और आदर से सम्मानित

कई लोग यह सोचते है कि मसीहत ने वह सबकुछ जो आदम और हव्वा के समय था, उसको पुनःस्थापित कर दिया, मगर यह सच नहीं है। जो अभी हमारे पास है वह उनसे कही अधिक महिमित है(2 कुरिन्थियों 3:10)। आपका नया जन्म प्राप्त करना, आदम के समान जन्म प्राप्त करना नहीं है। मगर अंतिम आदम, यीशु के समान जन्म प्राप्त करना है। वचन कहता है, “…प्रथम मनुष्य, अर्थात् आदम जीवित प्राणी बना और अन्तिम आदम, जीवनदायक आत्मा बना”(1 कुरिन्थियों 15:45)।


अब मैं चाहता हूँ की आप रोमियों 8:30 में शब्दों पर ध्यान दें “फिर जिन्हें उसने पहले से ठहराया, उन्हें बुलाया भी; और जिन्हें बुलाया, उन्हें धर्भी भी ठहराया है; और जिन्हें धर्मी ठहराया, उन्हें महिमा भी दी है।” हम यहाँ पर नए प्राणी के लिए महत्वपूर्ण सच्चाईयाँ प्राप्त करते है, जो की मसीह के छुटकारें के कार्य के द्वारा सभंव हो सका। उन सच्चाईयों में से एक सच्चाई यह है कि आपको महिमा का मुकुट दिया गया है। जिसका अर्थ यह होता है कि आपको श्रेष्ठता और संदुरता का जीवन प्रदान किया गया है।


आगें 1पतरस 5:10 में हम पढ़ सकते है कि परमेश्वर ने हमें मसीह में अंनतकाल के महिमा में बुलाया है। यही सच्चाई हम 2 पतरस 1:3 में भी पाते है: “क्योंकि उसकी ईश्वरीय सामथ्र्य ने सबकुछ जो जीवन और भक्ति से सम्बन्ध रखता है, हमें उसी की पहचान के द्वारा दिया है, जिसने हमें अपनी ही महिमा और सद्गुण के अनुसार बुलाया है।” यह जानना कितना अद्भुद है कि हमें महिमित किया गया है। यह महिमा छोटी महिमा या फिर कम वाली महिमा नहीं है, मगर वही महिमा है जो यीशु के ऊपर है। उसने यूहन्ना 17:22 में कहा, “वह महिमा जो तू ने मुझे दी मैंने उन्हें दी है…”


हो सकता है कोई आपसे पुछे, “बाइबल रोमियों 3:23 में क्या यह नहीं कहती की सबने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित है” ? यह बात सच थी मगर यीशु के आने से पहले। हर कोई पाप के कारण परमेश्वर के महिमा से रहित था, मगर यीशु, अपने मृत्यु के द्वारा और पाप को क्रुस पर जड़ दिया और हमें महिमा तक ले आया; उस महिमा में नहीं जो आदम और हव्वा के पास थी मगर अपनी महिमा से उसने हमें भर दिया।

इब्रानियों 2:9 हमें बताती है कि कैसे परमेश्वर ने यीशु को महिमा और आदर का मुकुट दिया। फिर 1 युहन्ना 4:17 में हम पढ़ते है कि जैसा वह है, वैसे ही संसार में हम भी है। परमेश्वर के नाम को महिमा मिले ! उसने आपको यीशु के समान महिमा और आदर के मुकुट से परिपुर्ण किया है। आपका जीवन तिरास्कार के लिए नहीं है; यह तो महिमा, सुंदरता, श्रेष्ठता और आदर के लिए है।


प्रार्थना और घोषणा


मेरा जीवन श्रेष्ठता और महिमा से भरा हुआ है। मुझे आदर और महिमा दिया गया है और परमेश्वर का आंनद मेरे द्वारा बह रहा है। मुझ में मसीह हमेशा हमेशा के लिए महिमित हो रहा है। मेरा जीवन केवल उसके महिमा के लिए है। आमीन !