लाल सागर को पार करने के बाद,इस्त्राएली मारह नामक स्थान पर आए। वहाँ के पानी में कड़वाहट थी। इसलिए उस स्थान को मारह कहा जाता था, जिसका अर्थ है “कड़वा”। इस्त्राएली पानी नहीं पी सकते थे, इसलिए यहोवा ने कड़वे पानी को मीठा बनाया (निर्गमन 15:23-25)। फिर उसने मिस्त्र के रोग की चिज को लाया और पहली बार वहाँ उसने अपने आपको “चंगाकर्ता” के रूप में प्रकट किया।
क्यों परमेश्वर अचानक इस संसार की बीमारीयों का उल्लेख, “कड़वा” नामक जगह पर करता है? क्योंकि वह चाहता है कि उसके लोग यह जानें कि उनके शरीर में बीमारीयों का एक बड़ा कारण कड़वाहट और नाराजगी है। मैंने कड़वाह और नाराजगी की चरम प्रभाव देखी है। मेरा विश्वास करें वह आप अपने जीवन में नही चाहेंगे। मेरे परिवार के एक सदष्य को इस कारण अपनी जान गवानी पड़ी है।
अगर आपके दिल में कड़वाहट लम्बे समय के लिए रहे तो यह कई बार आपके शरीर में बीमारी के रूप में बदल जाती है।
तो अगर आपके दिल में किसी चिज या किसी व्यक्ति के लिए कड़वाहट है, तो उसे जाने देने का समय आ गया है! आपका स्वास्थ्य, आनंद और जीवन, गुस्सा, कड़वाहट और नाराजगी से कही अधिक महत्वपूर्ण है। यदि आप पहले से ही बीमार है और आप जानते है कि कड़वाहट ही उसका कारण है, तो इसे जाने देने का समय आ गया है! यीशु को अपना चंगाकर्ता के रूप में देखे। वह आपके कड़वाहट की जगह पर खड़ा है। हो सकता है की किसी को क्षमा देना या फिर कड़वाहट त्याग देना आपके लिए मुश्किल हो मगर यीशु अगर आपके साथ खडे है तो यह मुमकिन है। वह कह रहा है, “मेरे बच्चे, मैं तुम्हारे कड़वे पानी को मिठा बना सकता हूँ। मैं तुम्हारा प्रभु चंगाकर्ता हूँ।
मेरे प्रिय दोस्तोे, आज वह दिन है! जानें दे और प्रभु यीशु को न केवल अपनी बीमारी को चंगा करने दे मगर आपके टुटे हुए दिल को भी जोड़ने दे! वह आपका ख्याल करता है और इसलिए जब आप क्षमा देने या छोड़ देने का निणर्य लेते है तो वह आपके साथ और आपके बहुत नजदिक खड़ा होगा।
आपका जीवन इसके बाद हमेशा के लिए बदल जाएगा!