कई बार, लोग जब अपने आपको किसी परिस्थिति में फसे पाते है तो वे सोचते है कि उन्हें दैविक हस्तक्षेप की जरूरत है और वे प्रार्थना करना शुरू कर देते है। लेकिन जब उन्हें कुछ बदलता नहीं दिखता तो वे हताश होने लगते है। ऐसा विशेष कर के तब होता है जब परिस्थिति समय के निर्णय पर अधारित हो और समय खत्म होता जा रहा हो और तब भी कुछ बदलाव ना हो। जब आपके जीवन में ऐसी स्थिति हो तो ना घबराए या फिर डर के निर्णय ना लें।
विश्वास और धीरज भलें ही एक दुसरे में विपरित लगे मगर यह दोनो साथ में कार्य करती है। हमने ऊपर वचन में, हमारे विश्वास को परखे जाने के उदेश्य को पढ़ा; यह उदेश्य धीरज है। कई बार आप जिन चिजों को जल्दी देखने की आशा करते है वे नहीं होती उसका एक कारण हैः धीरता की कमी। हम सभी को विश्वास में धीरजा की समाथ्र्य को सिखने की जरूरत है।
जब आप विश्वास में चलते है तो आपको धीरज भी दिखाना जरूरी हैं। याकूब1:4कहता है “…धीरज को अपना पूरा काम करने दो…”। यह वचन यह कह रहा है कि आपको जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है; उत्तेजित न हो। कई लोग जब अपने चुनौतियों का सामना करते है, तो वे परेशान हो जाते है, कई लोग तो बहुत ही गुस्से से भर जाते है, ऐसा करने से वे परमेश्वर की योजना से चुक जाते है। मैं हमेंशा कहता हूँ चुनौतियाँ एक प्रकार की आशीष है। अगर चुनौतियाँ आपके जीवन में आती है तो पक्का समझ ले की आशीष आपके जीवन में दस्तक दे रही है। मैंने अपने जीवन में कोई भी चुनौतियोका सामना बिना बढ़े कभी नहीं किया है। चुनौतियाँ मतलब बढ़ोतरी।
यूहन्ना 16:33 में यीशु कहता है, “मैंने ये बातें तुम से इसलिये कहीं है कि तुम्हें मुझ में शांति मिले। संसार मंे तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बाँधो, मैंने संसार को जीत लिया है।” तो यदि आप इस संसार में है तो क्लेश भी है; समष्याए भी रहेंगी। मगर केवल इसलिए की समष्याए और क्लेश है इसका अर्थ यह नहीं होता है की आप हारा हुआ जीवन जीए। अपना कमान संभालें।
1 पतरस 1: 6-7 हमें बताता है कि हमारे विश्वास की परिक्षा सोने से भी किमती है। तो, जब जीवन में समष्याए और परिक्षाए आए तो डरने से इन्कार कर दें। हम मसीह में विजय से भी बढ़कर है।
प्रार्थना और घोषणा
मैं किसी भी चिजों के लिए चिंता करने से ईन्कार करता हूँ; परमेश्वर की शांति जो हरेक समझ से पड़े है, मेरे मन और दिल को प्रभु यीशु में सुरक्षित रखती है। धीरजता के द्वारा मेरा विश्वास हरेक परिस्थ्तिियों पर विजय प्राप्त करता हैं, यीशु के ना से आमीन!