शायद आप कभी कभी यह सोचता हो कि क्या परमेश्वर हमारे दर्द और गरीबी को समझते होंगे? क्या उसको अपनो के द्वारा त्यागे जाने का अनुभव है? शायद आप यह पुछ रहे हो कि “जिन चिजों से होकर मै गुजर रहा हूँ, क्या परमेश्वर उसको कभी समझ भी पाऐंगा ?”
प्रियों, यीशु हमारे भावनाओं या शारीरिक तकलिफों या फिर गरीबी से अज्ञात नहीं है। वह एक गरीब परीवार में जन्मा। उसकी जन्म ऐसे जगह पर हुई, जो एक बदबुदार स्थान थी(देखें लुका 2:7)। बहुत छोटे उम्र से ही उसे कड़ी महनत क्या होती है पता थी, उसे पता था की एक बढ़ई दिनभर अपने पाँवो पर खड़ा होकर कैसे काम करता है। दिन भर कड़ी मेहनत करके शाम को घर वापस आना किसे कहते है, उसे अच्छी तरीके से पता है।
उन दिनों के धार्मिक अगुवो ने उसका जीवन बहुत कठिन बना दिया था। उन्होंने उसके अधिकार को चुनौती दी(देखें मती 21:23) और उसके शिक्षा को हरदम परखा। कई बार उन्होंने यीशु को पेटू, पियक्कड़ कहा और चुंगी लेने वालों और पापियों का मित्र बताया।
उन्होंने यीशु को दुष्ट आत्मा से ग्रषित बताया (देखें यूहन्ना10:20), उसको उन्होंने सबके सामने एक वेभीचारी औरत के न्याय के लिए बुलाहट लगाकर यीशु को दुवीधा में डालने की कोशीश की(देंखे यूहन्ना 8: 2-11), और देश को गुमराह करने का आरोप लगाया(देंखे लुका 23:2)।
क्या आपको मसीह में विश्वास करने के कारण आपके घर से निकाला गया है? आप जिस तकलिफ से होकर गुजर रहे है, यीशु उसे जानता है। उसे भी उसके नगर से निकाला गया था(देखें लुका 4:29)। क्या आपको किसी ऐसे के द्वारा नकारा गया है, जिसको आप बेहद ही प्यार करते थे? यीशु भी उसी दर्द होकर गुजरा है(देखें 22:54-62) और उसे उस वयक्ति के द्वारा धोखा दिया गया जो उसके बेहद ही करीब समझा जाता था( देखें लुका 22:47-48)। उसे उन बीमारियों के विषय में भी पता है, जिसको आप अपने शरीर में झेल रहे है, क्योंकि उसने आपके बीमारीयों और दर्द को क्रूस पर ले लिया था(देखें यशायाह 53:4)।
यीशु आपके तकलीफों को समझता है क्योंकि वह खुद भी इन्सान के रूप में इस संसार में जन्म लिया, उसकी हरेक चिजों में हमारे समान परिक्षा हुई। उसने हमारे लिए तकलिफे सही, ताकि हमारे पास उसकी
शांति और वह अभीषेक हो जो हमारी हरेक समष्याओं से बढकर है!
प्रार्थना और घोषणा
धन्यवाद यीशु की आपने मेरे लिए सबकुछ सहा। मैं धन्यवाद देता हूँ कि आप मेरे र्दद और परेशानी जानते है। मेरे लिए इस संसार में आप है जो मेरे हरेक पेरशानी और तकलिफ को जानता है जिससे मै गुजर रहा हूँ। मैं अपने परिक्षाओं और संकट मे अकेला नहंी हूँ! मेरे साथ मेरा यीशु है, जिसने मेरे लिए वह सबकुछ सहा। धन्यवाद यीशु आपके प्रेम के लिए। आमीन!