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वचनः उसकी ईच्छा

  • August 17, 2020
  • 5 Comments
होशे 3:6

"आओ, हम ज्ञान ढूँढे, वरन् यहोवा का ज्ञान प्राप्त करने के लिये यत्न भी करें..."

अगर आपको परमेश्वर का वचन का ज्ञान नहीं है, तो आप हमेशा ही अपने जीवन में परमेश्वर के दर्शन से नीचें ही जीऐंगे। आपका जीवन उसके स्तर से बहुत ही निचा होगा और आप उस भरपुरी में कभी नहीं चल पाऐंगे जिसके लिए परमेश्वर ने आपको बुलाया है। आज बहुत से लोग अपना जीवन दाव पर लगा के जी रहें है, उनको पता ही नहीं है कि परमेश्वर का वचन उनके जीवन के लिए क्या कहता हैं। वे लोगो के विचारों से अपने जीवन की दिशा तय करते है। किसी भी धर्म के अच्छे पंक्ति को याद कर लेने से आप सफल नहीं हो सकते। आपको परमेश्वर में अपना उदेश्य तलासना ही होगा।

बाईबल हमें कुछ समुह के बारें में बताता है:“ये लोग तो थिस्सलुनीके के यहूदियों से भले थे, और उन्होंने बड़ी लालसा से वचन ग्रहण किया, और प्रतिदिन पवित्रशास्त्रों में ढूँढ़ते रहे कि ये बातें याें हीं हैं कि नहीं”-प्ररितों 17:11। क्या आपने देखा? उन्होनें पुर्वधारणा को कोई भी स्थान नहीं दिया। उनको परमेश्वर के वचन से जो कुछ सिखाया जाता, वे जाकर उन वचनों को पवित्रशास्त्र में ढूँढ़ते ताकी जाचें की सिखाइ गई बातें सही है या नहीं।

जब तक आप परमेश्वर के वचन को नहीं जानेंगे तब तक आप उसके मन को नही समझ सकेंगे। उसका वचन ही उसकी ईच्छा है। इसलिये उसके वचन का अध्ययन खुद ही करें। अब शायद आप यह कह सकते है कि, “अगर मैं वचन नही समझा तो?” आप को समझना है कि आपके पास पवित्र आत्मा है जो आपको समझने की शक्ति देता है। यह पवित्र आत्मा के सेवा का हिस्सा है कि वह आपको वचन समझाए।

आपके जीवन और सेवा की महिमा परमेश्वर के वचन के समझ से झलकती है। यह जानें की इससे फ्रक नहीं पड़ता कि आप कितने दिन से चर्च जा रहें है, आपका जीवन वचन के प्रति आपकी समझ से कभी भी उपर नहीं उठ सकती। आप जीतना वचन जानतें है उतना ही आप अपने जीवन में सफलता देख पाऐंगे। इसलिए परमेश्वर के वचन को समझे। उसके वचन का अध्ययन करें, मनन् करें और उस पर समय बिताऐं। अपने दिल में उसके वचन को बसा लें क्योंकि आपका जीवन उस पर ही निर्भर है।

प्रार्थना और घोषणा

पिता मुझें अपना वचन देनें के लिए धन्यवाद! मैं अपने आपको आपके वचन माननें के लिए सौपता हूँ। मैं हरेक दिन आपके वचन को अपने जीवन में ढालता हूँ जिससे की आपकी ईच्छा मेरे जीवन मे हरेक पल पुरी हो। मैं प्रतिदिन आपके वचन के द्वारा अपने जीवन में विजय होता हूँ, यीशु के नाम से…आमीन!

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Comments (5)

5 thoughts on “वचनः उसकी ईच्छा”

  1. परमेश्वर को हम धन्यवाद करते हैं प्रभु यीशु का धन्यवाद करते हैं जो उन्होंने जो वचन भेजा है उसी वचन की सामर्थ के द्वारा हम वह अपने जीवन में हर एक कार्य कर पाए जो परमेश्वर ने चुना है जब हम परमेश्वर के वचन को आगे रखकर चलते हैं तो तमाम वह मुश्किलें हमसे दूर होती जाती हैं क्योंकि परमेश्वर का वचन सामर्थ्य साली है इसीलिए मैं उस वचन के आधार पर चलना है यीशु के नाम से आमीन

  2. Dhanyawad pita aapke samrth shali vachn ke liye aapke vachan ke dwara ham safal hote hai

  3. Halelluya 🙌🙌🙌🙌🙌🙌 aap ke bachan ke liye dhanebad pita gi jo mujhe diya,🙏
    परमेश्वर कि महिमा हो धन्यवाद पिता जी

  4. Amen Dhanyavad Pita Parmeshwar aapka Bachchan ke liye Jo Bacchan Mujhe Diya
    Praise the Lord halleluya

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