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यीशु को अपना पांव धोने दे!

  • November 9, 2020
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यूहन्ना 13:8

" परतरस ने उस से कहा, तू मेरे पांव कभी न धोने पाएगाः यह सुनकर यीशु ने उस से कहा, यदि मैं तुझे न धोऊं, तो मेरे साथ तेरा कुछ भी साझा नहीं।"

क्या आप कभी यह कल्पना कर सकते है कि प्रभु यीशु आपका पांव धोना चाहता हो? पतरस की प्रतिक्रिया चकित कर देने वाली थी- “प्रभु आप मेरे पांव कैसे धो सकते है!”- आपकी भी यही प्रतिक्रिया होगी।

ध्यान दे कि प्रभु ने पतरस से क्या कहाः “पतरस, यदि मैं तुझे न धोऊं, तो मेरे साथ तेरा कुछ भी साझा नहीं।” प्रभु यीशु यहा यह कह रहा था कि “पतरस, तुम मेरे साथ कार्य नहीं कर सकते, तुम मेरे साथ मेरी सेवकाई में भाग नहीं ले सकते और ना ही मेरे प्रभाव मे और ना ही सेवा कार्य में।” तो पतरस ने कहा, “प्रभु तो मेरे पांव ही नहीं, वरन हाथ और सिर भी धो दे”(यूहन्ना 13:9)!

मगर यीशु ने उसको यह कहते हुए उत्तर दिया कि “जो नहा चुका है, उसे पांव के सिवा और कुछ धोने का प्रयोजन नहीं; परन्तु वह बिलकुल शुद्ध हैः और तुम शुद्ध हो”(यूहन्ना 13ः9)।

एक बार जब हम प्रभु यीशु को ग्रहण कर लेते है, तो हमारा पुरा स्नान हो गया होता है और हम उसके लहु के द्वारा अनंत काल के लिए शुद्ध हो जाते हैं! उसके लहु ने हमें हमेशा के लिए शुद्ध कर दिया है(इब्रानियों 10:14), और हमें अपने केवल अपने पांव धोने की जरूरत है क्योंकि हम इस संसार में चलते है और इस संसार की गंदगीया कई बार हमारे पांवो में आ जाती है, जिसके कारण हम गीड़ भी जाते है।

तो आज कैसे यीशु मसीह हमारे पांव को धोता है? इफिसियों 5:25-26 हमे बताता है कि “मसीह ने भी कलीसिया से पे्रम करके अपने आपको उसके लिये दे दिया कि उस को वचन के द्वारा जल के स्नान से शुद्ध करके पवित्र बनाए।

हम कलीसिया, वचन के द्वारा जल के स्नान से शुद्ध होते है। जितना ज्यादा हम अभिषिक्त शिक्षा के अधीन में आकर मसीह को उसके वचन के द्वारा जानते है उतना ही हम शुद्ध होते है। और जैसे ही हमारा पांव धुल जाता है, हम आगे चलने को और दौड़ने को भी तैयार हो जाते है!

आज भले ही यीशु ऊपर स्र्वग में ऊचा उठाया गया हो और राजा हो। तब भी वह एक ऐसे सेवक के समान हमारे समान खड़ा है जो अपने हाथों पर कपड़े लिए, हमारे हाथ और पांवों को धोना चाहता हो। वह हमारी सेवा अपनी गहरी प्रकाशन के द्वारा पांव धोकर करना चाहता है।

चर्च, इसके द्वारा ही आप प्रत्येक दिन अपने जीवन में विजय जीवन जी सकते है!

प्रार्थना और घोषणा

प्यारे यीशु, आपको धन्यवाद मुझे अपने वचन के द्वारा सेवा प्रदान करने के लिए। यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आपके सेवा को अपने जीवन में प्राप्त करू! आपका वचन सच में मेरे पांव को प्रत्येक दिन धोता है। आपका वचन सत्य है और सत्य के द्वारा मै शुद्ध हुँ! कोई भी चिज मुझे हमेशा के लिए अशुद्ध नहीं बना सकती क्योंकि उसका वचन मेरे प्राण के लिए अद्भुद क्लीनर है! आमीन!

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