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आप उसकी धार्मिकता है

  • February 18, 2021
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रोमियो 5:21

"कि जैसा पाप ने मृत्यु फैलाते हुए राज्य किया, वैसा ही हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा अनुग्रह भी अनन्त जीवन के लिये धर्मी ठहराते हुए राज्य करे।"

धार्मिकता आपमें परमेश्वर का वह चरित्र है जो बिना अपराध, हीनता या निंदा के परमेश्वर के सामने खड़े होने की क्षमता देता है। धार्मिकता परमेश्वर की उपस्थ्ति में परमेश्वर के कृपा का वह कार्य है, जो आपको स्वीकृति, स्वतंत्रता, और मानव आत्मा को अधिकार प्रदान करता है। तो परमेश्व्र ने कृपा ने हमें यह धार्मिकता प्रदा की है; जैसा की हम रोमियों 5:21 में पढ़ते हैं।


हमारी धार्मिकता मसीह यीशु में परमेश्वर का वरदान है जो हमें उसके अनुग्रह से प्राप्त हुई है। अनुग्रह के द्वारा ही हमें परमेश्वर की धार्मिकता प्राप्त हुई और उसके प्रिय पु़त्र के राज्य में प्रवेश कराया गया, जहाँ हम उसके साथ शासन करते हैं। यूहन्ना 1:17 कहता है “ इसलिये कि व्यवस्था तो मूसा के द्वारा दी गई; परन्तु अनुग्रह, और सच्चाई यीशु मसीह के द्वारा पहुची।” रोमियो 5:17 कहता है कि “…तो जो लोग अनुग्रह और धर्म रूपी वरदान बहुतायत से पाते हैं वे एक मनुष्य के, अर्थात यीशु मसीह के द्वारा अवश्य ही अनन्त जीवन में राज्य करेंगे।”


हम न केवल शैतान और परिस्थ्तियों पर प्रभुत्व रखते है मगर हम परमेश्वर के धार्मिकता में जीते और रहते है। अब कोई भी हमें दोष नहीं लगा सकता है, क्योंकि परमेश्वर ने हमें धर्मी ठहरा दिया है; उसने हमें बरी बर दिया और हमारे लिए ऐसा करना उसके लिए धर्मी था।


अपनी धार्मिकता को पकड़े रहना आपकी खुद की जिम्मेदारी है; इसका मतलब होता है कि आप धार्मिकता के प्रति सचेत हो जाए और शैतान, संसार और सभी परिस्थितियों पर अपना प्रभुत्व स्थापित करें। धार्मिकता का विवेक आपको प्रार्थना करने का साहस देता है और आपको आत्मविश्वास प्रदान करता है कि आप उससे अपने प्रार्थना के उतर को प्राप्त करें। यह आपको शैतान के कार्यो पर महारत देता है और आपको जीवन में चैंपियन बनाता है!

यह वास्तव में अब कोई मायने नहीं रखता है कि आप अभी कहां है, आपने अपने जीवन में क्या किया है, या आप कौन है; अब आप मसीह यीशु में स्वीकार किए जाते हैं(इफिसियों 1:6)। अब उसकी उपस्थिति में, आप स्वतंत्रत है; अब आपको डरने की जरूरत नहीं है; आप अपने आप को प्रकट करने के लिए आजाद है और अब आपको उसके सामने शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है। अब आप आंनद से जीनके लिए और उसकी आराधना करने के लिए बिलकुल आजाद है, क्योंकि आपको उसके समाने खड़े होने का हक है; आप उसकी धार्मिकता है!

प्रार्थना और घोषणा

प्रिया पिता, आपका बहुत बहुत धन्यवाद की आपने मुझे धार्मिकता का एक अनमोल उपहार दिया है। अब मैं आपके उपस्थिति में आपकी आराधना करने और आंनदपूर्वक जीने के लिए हमेशा के लिए आजाद हूँ। मैं यीशु के नाम से, अपने जीवन में एक राजा के रूप में शासन करने और आपके साथ शासन करते वक्त खड़े होने के लिए अपने धार्मिकता का लाभ उठाता हूँ, आमीन!

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