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आपका भंडार आपकी सहायता है।

  • October 19, 2020
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कुलुस्सियों 3:16

"मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो;..."

आपकी जीवन की चुनौतियों और प्रतिकूलताओं के प्रति आपकी प्रतिक्रिया आपके अंदर परमेश्वर के वचन की सीमा तक होगी; आपके आत्मा के अंदर वचन का भंडार। संकट के दिनों में, आपको वचन के भंडार से खींचना होगा।; इसका मतलब यह है कि आपकी प्रतिक्रिया पहले ही से तय है, आपकी प्रतिक्रिया वचन के द्वारा पहले ही से प्रोगाम किया गया है।

उदाहरण के तौर पर, आपके काम, या आर्थिक जीवन या फिर आपके सेहत में कोई समष्या आ गयी। आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी? आपकी प्रतिक्रिया आपके भ्ंाडार पर निर्भर होगी।

अगर आपने अपने आपको सालो से परमेश्वर के वचन के द्वारा, यह समझाने के लिए प्रशिक्षित किया है कि जो आपमें है वह उससे जो संसार में है, बड़ा है, तो डर के लिए आपके अंदर कोई जगह नहीं होगी। अगर आप अपने आपको यह समझाने के लिए प्रोग्राम कर ले कि आप परमेश्वर के दैविक चरित्र के सहभागी है और उसके सहयोगी है, तो आपके अंदर डर नही रहेगी। बल्कि आप, अपने परिस्थिति के उपर घोषणा और भविष्यवाणी करने लगेंगे।

आपने जो परमेश्वर के वचन को सीखा है और जो अब आप अभी सीख रहे है, यह यू ही नहीं है। यह आपकी सहायता संकट के दिनों में करेगा। यही कारण है कि परमेश्वर वचन केवल आपके दिमाग में नहीं होनी चाहिए; उसके वचन को आपका हिस्सा बन जाने दे। वचन को अपने हृदय और अपने मुँह में हमेशा रखे!

अगर आप अपने शरीर के किसी भी भाग में, किसी प्रकार की असामान्यता देखते है, तो अपने भंडार से, वचन को निकालेः “यीशु के नाम से, मैं परमेश्वर के दैविक चरित्र का भाग हूँ! परमेश्वर का जीवन मेरे शरीर के हरेक कोषिकाओ में है! दैविक जीवन मेरे मांसपेशीयो मे है! यह मेेरे हड्डियों में है! यह मेरे त्वचा में है! मैं पवित्र आत्मा के द्वारा तरोताजा बनाया गया हूँ!”


जब आप ऐसे विश्वास की घोषणा अपने भंडार से निकाल कर करते है, तो कोई भी दुष्ट की शक्तिया आपके आपके आगे खड़ी नही रह सकती है।

प्रार्थना और घोषणा

धन्यवाद पिता मेरे अंदर आपकी सहायता रखने के लिए। जब मुझे सहायता की जरूरत होती है, मैं उसे अपने भंडार से निकाल लेता हूँ। यह मुझे विजय से बढकर बनाता है। मैं केवल उसके वचन को यू ही नहीं सुनता हूँ बल्कि उसे अपने हृदय में रखता हूँ, ताकि जब मुझे जरूरत पड़े तो मैं उसे निकाल लू। परमेश्वर का वचन इस संसार के किसी भी हथियार से बढ़कर सामथ्र्यशाली है। आमीन!

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