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अपने आप को वचन से प्रशिक्षित करें

  • July 7, 2020
  • 5 Comments
2तीमुथियुस 3:15-17

"और बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है, जो तुझे मसीह पर विश्वास करने से उद्धार प्राप्त करने के लिये बुद्धिमान बना सकता है। हर एक पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश और समझाने और सुधारने और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है। ताकि परमेश्वर का जन सिद्ध बने और हर एक भले काम के लिये तत्पर हो जाए।"

हरेक मसीह जन को परमेश्वर के वचन को सिखने और समझने की जरूरत है; और यह आप बिना उसके वचन का अध्ययन किए नहीं कर सकते है। 1पतरस 2:2 कहता है “नये जन्मे हुए बच्चों की नाई निर्मल आत्मिक दूध की लालसा करो, ताकि उसके द्वारा उद्धार पाने के लिये बढ़ते जाओ”। आपको परमेश्वर का वचन सुनना पड़ेगा; खुद अपने आपको वचन सिखना पडे़गा और खुद ही वचन से खोजना पड़ेगां।


कुछ लोग है ऐसे होते है जिनको दुसरे चिजों के बारें में सबकुछ पता होता है, मगर परमेश्वर के वचन के बारें में वे कुछ नहीं जानते है। आपके जीवन के बारें में सबसे महत्वपुर्ण चिज आपकी आत्मा है; वह आपकी असलियत है। जब इस संसार में सबकुछ खत्म हो जाएगी, तो आपकी आत्मा ही जीवित रहेगी, जिसका मतलब यह है कि आपकी आत्मा अनंत है। इसलिए यह जरूरी है कि अपने आप को परमेश्वर के वचन के द्वारा प्रशिक्षित करते रहे। आपकी आत्मा परमेश्वर के वचन के द्वारा पुनर्निर्मित हुई है और इसलिए केवल उसके वचन के द्वारा ही स्थिर रह सकती है।

मनुष्य की आत्मा आत्मिक हकिकत को जानने के लिए प्रशिक्षित होनी चाहिए। इसलिए चर्च में परमेश्वर का वचन सिखाने बेहद जरूरी है। यह आपके विकास के लिए है। अगर आप परमेश्वर के वचन के शिक्षा को अपनाते है और फिर उसके उपर मनन् करते है, तो आपका मन प्रकाशित होगा और आपकी आत्मा उत्साहीत होगी और आप परमेश्वर के चिजो को करने के लिए प्रेरणा प्राप्त करेंगे। और कही अधिक आपका प्राण परमेश्वर के सही अगुवाई में चलने को प्रेरित होगी, क्योंकि अब वह परमेश्वर के प्रकाश को प्राप्त करने के लिए सक्षम होगी। वह हरेक योजना और नई नीति आपको प्राप्त होगी, जिसके कारण आप परमेश्वर के लिए रचनात्मक बन सकेंगे।

यही कारण है कि हम डोमिनियन वर्ड फाँर टुडेे लोगो के लिए निकालते है, ताकि आपको चैमपियन और असाधरण बनाने के लिए आपके आत्मा को जिस भी पोषक तत्व की जरूरत है, वह परमेश्वर के वचन से प्राप्त करे। अगर आप इसके उपर प्रत्येक दिन मनन् करें तो आप खुद इसके परिणाम को देखेंगे।


तो अपने आपको परमेश्वर के वचन से प्रशिक्षित करते रहे। अपने आपको परमेश्वर के वचन को खाने, मानने और उसके वचन को विशेष समय देकर मनन् करने के लिए सर्मपित करें।

प्रार्थना और घोषणा

प्यारें पिता, आपको आपके वचन के लिए धन्यवाद जो मेरी आत्मा और मेरे प्राण के लिए है। आपका वचन मेरे पुरे वयतित्व के लिए है। आपका वचन मेरे लिए मधु और मेरे हड्डियों के लिए सेहत है। आपके वचन को किसी भी चिजो से नही बदला जा सकता है। मै प्रत्येकदिन आपके वचन के जीवन पाता हूँ। यीशु के नाम से, आमीन!

Comments (5)

5 thoughts on “अपने आप को वचन से प्रशिक्षित करें”

  1. Thank you paster ji aaj ki subha es vachan dene ke liye, parmeshwar ka dhaniwad krti hu ki apke duwra parbhu hmse bat krte h,,, hm apne ap ko vachan se aatama ko jinda rkhte h, aur ke duwra hi hm sash lete h,, qki atama jivandayk h,, hallelujah parbhu ki mhima Ho thank you Jesus

  2. Thanks you pastor ji aaj ke subh ky is vachan ky lyhumeri aatma prabhu ky vachan sy aasetish h yeshu ky name me amen

  3. Hame bahut jaruri hai ki parmeshwar ke vachn me bane rahna tbhi hamara man prakashit rahega thank you Daddy God and sir wonderful revaletion ke liye

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